प्रारंभ में आदिमानव सिर्फ मीठे फल और मीठे-फूल कंद खाते थे। सब्जियों में स्वाद न होने के कारण उनको आग की खोज और नमक्/मसालों के मिलने के बाद पका कर खाया गया। इंसान कुदरती फलाहारी था और है। शिकार करना अपने आप आ गया जब जंगली मांसाहारी जानवरों को भगाने के लिये उसने हथियार बनाये। उस समय तक वह मरे जानवर नहीं देखता था क्योकि कच्चा मांस ख़ाकर कई आदिमानव फ़ूड poisioning से मर गए। जब खराब परिस्थितियों में सूखा और बाढ़ ने वनस्पति नष्ट कर दी तब जाकर मानव का ध्यान मांस पर गया। तब आग की सहायता से उसने मांस को भून कर उसमें रहने वाले कीटाणुओं को मार दिया और उसे मुलायम बना कर चबाने लायक बना पाया। ~ शुभाँशु 2018©
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