अपनी इमेज एक भले इंसान की बनाये रखें। गुस्सा आपको आता नहीं, यह कहते हैं बहुत लोग लेकिन आप सभी गुस्सा होते हैं। अपशब्द कहकर अच्छा लग सकता है लेकिन यह आपकी अच्छी ईमेज को भी तार-तार कर देते हैं।
ऐसा नहीं हैं कि आपको गाली देना आता न हो या आप उनका ज्ञान न रखें। उसका भी समय आएगा। गाली हमेशा अकेले में दें। पब्लिक प्लेस पर गाली देना मानहानि के अंतर्गत अपराध है।
गाली देने से बहुत लाभ हैं लेकिन क्या इसके लिये हम पहले उन हानियों को पैदा करें जिनको गालियां मिटाती हैं? और इनके साइड इफ़ेक्ट का क्या? जो कि आपको एक बुरा इंसान घोषित कर देती हैं? हमको कोई अपमान जनक शब्दों से सम्बोधित करता है तो गुस्सा और अपशब्द दोनो उगलते हैं हम लेकिन हमको खुद पर कंट्रोल होना चाहिये। खुद की परीक्षा लीजिये कि आप किस तरह बिना गाली दिए भी अगले को आहत करके उसकी ego को चोट पहुँचा सकते हैं या हो सकता है कि वह आपकी परीक्षा ले रहा हो और आप उसमें पास हो जाएं तो वह आपको समझने लगे?
बेहतर बनने की कोशिश कीजिये। दुनिया में लोग अजूबे ढूढ़ रहे हैं। एलियन को कौन नहीं देखना चाहता? कौन नही चाहता उसका एक ऑटोग्राफ? अजूबा बनिये। हैरान कर दीजिए लोगों को अपने अच्छे व्यवहार से।
ऐसा नहीं है कि अपशब्द गलत हैं या उनको देने से आप अच्छे या बुरे बन जाते हैं लेकिन आपकी दुर्भावना अगर उसमें जुड़ी है तो वह बुरे हैं। आप प्यार से किसी को गाली दीजिये अगले को उसमें प्यार दिखेगा गाली नहीं।
अगला प्यार ही सुनेगा। गाली म्यूट हो जायेगी लेकिन अगर आप दुर्भावना से किसी को महान, विद्वान, ज्ञानी, सर्वज्ञ, ईश्वर, परमात्मा भी बोलोगे तो वह उसके दिल में जाकर लगेगा और सिर्फ लगेगा ही नहीं बल्कि गहरी चोट करेगा। इतनी गहरी कि अगला 10 बार सोचेगा आपसे पंगा लेने की या बदल जायेगा तर्क के साथ।
लोगों को शांति से समझाया जा सकता है अन्यथा वे बहुत जल्दी आपको ब्लॉक कर देंगे। जिसे समझना नहीं है वह आपको कभी भी ब्लाक कर सकता है। बेहतर होगा कि आप देखें कि अगला आपकी लेखनी पूरी पढ़ रहा है या नहीं? आपके दिए लिंक पर जाता है या नहीं? आपकी बातों को अनदेखा करता है या नहीं?
अगर वह सिर्फ एक तरफा बोल रहा है तो वह बोल नहीं रहा। वह डिक्टेट कर रहा है। यानी तानाशाही उसका स्वभाव है। वह आपको अपने गुप्तांग पर रखता है। फिर बस मुस्कुराइए और उधर से निकल आइये। उधर आपकी अब कोई आवश्यकता नहीं रही।
मुझे कोई उम्मीद नहीं है कि आप मेरी इस अमूल्य सलाह पर अमल करेंगे। मुझे फर्क भी नहीं पड़ता कि अगला क्या कर रहा है। लेकिन हाँ इस पोस्ट के माध्यम से मैं यह ज़रूर कहना चाहता हूँ कि अगर आप मेरे जैसे नहीं हैं तो मैं ही अकेला बन जाऊंगा अजूबा और आप देखते रहियेगा और पूछते रहियेगा, "आखिर किस दुनिया से हो आप, कौन हो आप?"
और मैं हमेशा कि तरह एक ही शब्द में अपना परिचय देता रहूँगा। मैं हूँ ग्रह Ross128B से इधर आया हुआ एक एलियन। ~ Shubhanshu SC 2019©
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