Zahar Bujha Satya

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मंगलवार, अप्रैल 09, 2019

गरुणपुराण को जानने वालों से सवाल ~ Shubhanshu

आत्मा को मानने वाला व्यक्ति: भूत/पिशाच वे बुरी आत्मा हैं जिनकी अधूरी इच्छाएं पूरी नहीं हुई तो यहीं रह गए।

शुभांशु धर्ममुक्त: 1. दुनिया में कौन है जिसकी समस्त इच्छाएं मरने तक पूर्ण हो गई हों?

2. ये किस नियम के आधार पर तय हुआ कि अधूरी इच्छा वाली आत्मा को स्वर्ग या नर्क नहीं भेजा जाएगा?

3. अधूरी इच्छा वाले भूत/पिशाच बुरे ही क्यों होते हैं? अच्छे क्यों नहीं?

4. अगर वे बुरे हैं तो ईश्वर/चित्रगुप्त/यमराज उनको ऐसे ही खुला क्यों छोड़े दे रहे हैं? इनको सज़ा क्यों नहीं देते?

5. क्या भूत बनने के लिये किसी को अपनी नई इच्छा पैदा कर लेना काफी नहीं होगा, मरते समय?

6. एक बार तय कर लो कि सिस्टम क्या है आप लोगों का? मरने के बाद आपकी आत्मा का क्या होता है? एक बार ढंग से कल्पना कर लो। ये बार बार बदलने वाली नोटंकी विज्ञान की होती है लेकिन आपका धर्म तो परफेक्ट है न? या ये भी जुमलागिरी है?

और चलते-चलते, आत्मा अच्छी बुरी हो ही नहीं सकती क्योकि अच्छा बुरा तो जीन होता है दिमाग का या वो आदतें जो इंसान सीखता है। वो सब यादें दिमाग नाम के उपकरण में जमा होता है जो कि आपकी कथित आत्मा में जा ही नहीं सकते। समझे या समझाऊँ? ~ Shubhanshu 2019© 1:35pm

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