शादी बच्चे पैदा करके वंश बढाने के लिए की जाती है जिसमें अगर पुत्र न हो तो वह विफल मानी जाती है।
यह "कल्चर" निजी संपत्ति के स्वार्थ पूर्ण अपने ही रक्त को हस्तन्तरण करने और खुद को सुपीरियर समझने के घमण्ड के चलते की जाती है।
इसका प्रमाण यह है कि मनुष्य खुद का बच्चा ही पैदा करना चाहता है जबकि करोड़ो बच्चे अनाथालय में किसी माता-पिता की राह देख रहे होते हैं।
कमाल है कि मुझे लोग घमंडी बोलते हैं। जी हाँ। मैं हूँ घमंडी। बस साबित नहीं कर पाता मैं। आप कीजिये। ~ Vegan Shubhanshu SC 2018©
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