हम सब असल जीवन में उपनाम छुपा सकते हैं क्योंकि आप किसी जातिवादी के कंट्रोल में हो सकते हैं लेकिन फेसबुक पर उपनाम छुपाने का मतलब है कि आपकी इतनी ज्यादा फटी पड़ी है, जातिवादियों से कि जैसे फेसबुक पर भी वो आपको थप्पड़ लगा देंगे या लाठी से कूट देंगे।
जो मूर्ख आपको ऐसी नाम बदलने की सलाह दे रहा है वो वाकई में फटीचर ही होगा दिमाग से। जिसकी किसी जातिवादी ने नाम पूछ के ले ली खबर। ऐसे फटीचरो से सलाह न लें। अपना नाम जो है वही रखें। अपनी पहचान बनाइये और नाम कमाइए। आखिर इंसान जीता किस लिए है? सम्मान के लिये। जो भी नाम पर उंगली उठाये उस की गेंद में पूरा बाँस डाल दीजिये। ब्लॉक कर दीजिये। ख़त्म हुआ। ~ Shubhanshu Singh Chauhan 2019©
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