महिला के उभरे हुए स्तन दरअसल मैथुन सहायक गद्दियाँ हैं जो सम्भोग के समय पुरुष को उत्तेजित करती रहती हैं मर्दन के साथ। उनकी जरूरत बिना बच्चा किये भी सम्भोग के आनन्द के लिए ज़रूरी है।
आप एक प्रयोग से यह साबित कर सकते हैं। सम्भोग, फोरप्ले के समय महिला के स्तनों के साथ खेलने, चूमने से महिला कामोत्तेजित होती है। अतः वह पहले से ही पूर्ण है आनंद की क्रिया के लिए।
हमेशा ही बच्चा हो या न हो यह गारन्टी नहीं होती किसी भी जंतु में लेकिन वह मैथुन का आनन्द ले सके इसकी गारन्टी अवश्य हो जाती है स्तनों से जो कि मैथुन के समय दोनो पक्षों को आनन्दित और कामोत्तेजित करते रहते हैं। इसीलिए बड़े स्तन की महिला पुरुषों की पहली पसन्द होती है।
पुरुष के स्तन इसलिये हैं क्योंकि सर्वप्रथम भ्रूण महिला ही बनता है बाद में y गुणसूत्र के होने के कारण उसमें कायिक परिवर्तन आ जाता है और स्त्री की भगनासा (clitorise) पुरुष के लिंग में परिवर्तित हो जाती है। हार्मोन की कमी के कारण स्तन अल्पविकसित रह जाते हैं और महिला और पुरुष का भेद उतपन्न हो जाता है। ~ Shubhanshu 2018©
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