भोजन, सेक्स, निवास यह तीन मानव की आवश्यकता हैं। यदि तीनो में से कोई भी कम हुआ तो दिमाग बन्द हो जाएगा। आपको सेक्स कार्य की तरह नहीं करना होता बल्कि जब यह करने का दिल करे तब और जब ऐसी परिस्थिति बने तब करना आवश्यक है जैसे भोजन।
लेकिन ध्यान रखिये; pull out, कंडोम आदि गर्भनिरोधक का इस्तेमाल करना भी अत्यंत आवश्यक है। अनचाहे गर्भ और STD से बचने के लिए कंडोम और अनचाहा गर्भ धारण करने से बचने के लिए पुल आउट तभी जब आपका साथी सिर्फ स्वस्थ लोगों से सम्भोग करती/करता हो या सिर्फ आपके साथ ही उसका सम्पर्क हो।
सेक्स सिर्फ प्रजनन के लिए नहीं होता। अगर ऐसा होता तो महिला और पुरुष को चर्मोत्कर्ष और फोरप्ले व मैथुन में आंनद का अनुभव न होता।
यह दिमाग और शरीर की ज़रूरत है। इसको सहमति सहित स्थिति होने पर भी दबाया गया तो यह बलात्कार करने को प्रेरित करने लगेगा एक सीमा के बाद। चर्मोत्कर्ष की प्राप्ति का न हो पाना ही यौन अपराध की जड़ है। ज़रूरी नहीं कि महिला/पुरुष न मिले तो सेक्स न किया जाए। सेक्स टॉय और हस्तमैथुन भी तनाव व कुंठा दूर करने के उपाय हैं।
यदि मैथुन का मन हो और अंगों में पूर्ण तनाव/चिकनाहट न पैदा हो तो स्वस्थ, अपराध मुक्त, वयस्क पोर्न/साहित्य/गेम आदि की मदद ले सकते हैं।
तनाव मुक्त जीवन के लिए सेक्स एक बढ़िया उपाय है लेकिन प्रजनन इसका byproduct है जिसको जनसँख्या वृद्धि रोकने के लिए नहीं करना चाहिए। ~ Vn. Shubhanshu SC 2018© 2018/10/25 18:36
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें