Zahar Bujha Satya

Zahar Bujha Satya
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रविवार, अगस्त 19, 2018

जय घमंड आरती

जय घमंड जय घमंड जय घमंड देवा।
माता जाकी प्रतिभा, पिता देशसेवा॥

एकदम घमासान, ज़हरबुझा प्राणी।
पढ़के विरोधी रोएं, FB की सवारी॥

सिर चढ़े, नक चढ़े और जानलेवा।
प्रेम का भोग लगे, मित्र करें सेवा॥

जय घमंड जय घमंड जय घमंड देवा।
माता जाकी प्रतिभा, पिता देशसेवा॥

बंदे को काम देत, बहीनन को भाया।
माँगन पर पुत्र देत, नारी हो या कन्या॥

दूर भरम करन आये, सफल कीजे सेवा।
जय घमंड जय घमंड जय घमंड देवा।
माता जाकी प्रतिभा, पिता देशसेवा॥
~ Vegan Shubhanshu SC "घमंड पुजारी"
2018/08/19 08:27 2018©

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