बहुत समय पहले जब इंसान इकट्ठा होकर रहना सीख रहा था तब बहुत सी समस्याएं आने लगीं। इंसान सामाजिक नहीं था लेकिन जंगली जानवरों के डर ने उन्हें सामाजिक बना दिया।
एक दूसरे के दुश्मन भी डर के मारे साथ रहने लगे। कुछ बूढ़े लोगों ने देखा कि डर बड़े काम की चीज है।
लेकिन बूढ़े और कमजोर लोगों की जवान लोग अकेले में बेइज़्ज़ती करने लगे लेकिन सबके सामने सम्मान करते थे।
उन्होंने कबीले के कई नियम बनाए और देखा कि लोग तभी उनको मानते थे जब वे देखे जा रहे होते थे। अकेले में सब नियम तोड़ रहे थे। शिक्षा उस समय थी नहीं। क्या करते?
उन्होंने माना कि अगर कोई उन पर नज़र रखता है तो लोग गलत काम नहीं करते। इसलिये उन्होंने सबसे कहा कि तुमको कोई देख रहा है।
अब इस बात को लागू करने के लिए तरह तरह के उपाय किये गए। उन्ही उपायों को आज धर्म/सम्प्रदाय कहा जाता है जो लगभग 4200 हैं।
आज भी cctv कैमरा वही काम कर रहा है जो बुजुर्गों ने पहलेे ईश्वर नाम का cctv लगवाया था।
10/6/16 09:27 PM
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