Zahar Bujha Satya

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गुरुवार, सितंबर 05, 2019

Demonetization क्यों? ~ Shubhanshu


प्रश्न: 2000 का नोट क्यों आया?

शुभ: कॉमन सेंस है कि पेपर और छपाई का 50% खर्च बचाने के लिये। बैंक में जगह कम घिरे इसलिये भी। साथ ही लाने ले जाने का भाड़ा कम हो। हमको भी अब बटुए में 50% कम करेंसी रखनी पड़ेगी।

प्रश्न: 1000 और 500 के नोट ही पहले बन्द क्यों किये गए?

शुभ: इन्हीं नोटों में ज्यादा सुरक्षा खामियां थीं और उनकी कॉपी पाकिस्तान और चीन बना कर भारत भेज रहा था। उस समय तक यही सबसे बड़े नोट थे इसलिये इनकी ही ज्यादा स्मगलिंग होती थी।

प्रश्न: Demonetization का कारण क्या था?

शुभ: वही, नकली नोटों और अवैध कमाई वालों के कब्जे से धन बाहर निकलवाना जो कि बैंक में न जाकर कहीं भण्डारित कर लिए गए या नष्ट कर दिए गए। हर एक निश्चित अंतराल पर नोटों की डिजाइन और कलर बदलना एक सुरक्षा नीति है ताकि पुराने नोटों को नष्ट करने पर देश की अर्थव्यवस्था पर आंच न आये। हर note रिज़र्व बैंक की सम्पत्ति है। उसे नष्ट करना सीधे अपराध तथा अधिक समय तक चलन में न रखना यानि खर्च न करना एक नैतिक अपराध है। उसे बैंक में जमा करने से वह मॉनिटर होता है और देश की अर्थव्यवस्था मजबूत होती है। बदले में आपको ब्याज भी मिलता है और घर के पास ही शॉपिंग व ATM से कैश निकालने हेतु एक डेबिट कार्ड भी मिलता है।

कम धन रखने वालों के लिए बेसिक सेविंग अकाउंट होता है। जो कि बिना किसी फीस के चला सकते हैं। Atm कार्ड भी फ्री मिलेगा।

एक दम से बन्द करने और 250000 प्रति 3 माह की लिमिट लगाने पर जिनके पास  काला धन था वे सब भी पकड़ में आ गए। 1 वर्ष तक का समय दिया गया था नोट बदलने के लिए। फिर भी इस छूट का फायदा उठा कर धोखाधड़ी करके जनता ने धन को सफेद करवा लिया।

इसी कारण अचानक गरीब जनधन खाते 250000 रुपए से भर गए थे। दरअसल इन बेइमान लोगों ने इन गरीबों से साठगांठ करके रुपये इनके नाम से जमा करवा के निकाल लिए। इस तरह अधिकतर काला धन पकड़ में न आ सका। फिर भी 10700 करोड़ रुपया वापस नहीं लौटा इसका मतलब था कि इतना धन जला दिया गया था या गायब हो चुका था चलन से।

इस तरह रिज़र्व बैंक ने 10700 करोड़ रुपए की कमाई करी इस प्रक्रिया से। यह अतिरिक्त धन देश की अर्थव्यवस्था को ऊंचा करने में काम आया।

प्रश्न: आप मोदी भक्त हो क्या?
शुभ: सही पकड़े, अंधभक्त! 💐 ~ Shubhanshu Dharmamukt 2019©

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