1. भीम राव राम जी अंबेडकर का लोकतांत्रिक व अंधविश्वास विरोधी पक्ष (राजनैतिक व धार्मिक नहीं)।
2. तथागत गौतम बुद्ध का नास्तिक, अहिंसा व स्वयंगुरु पक्ष (आध्यात्मिक, बोधिसत्व, पुनर्जन्म व निर्वाण पक्ष नहीं)।
3. कार्ल मार्क्स, लेलिन व भगत सिंह का नास्तिक पक्ष (साम्यवादी व हिंसात्मक पक्ष नहीं)।
4. मोहन दास करमचंद गांधी का अहिंसा पक्ष (आस्तिक व राजनैतिक पक्ष नहीं)।
5. रजनीश ओशो का अधार्मिक, सामाजिक और वैज्ञानिक तर्कवादी पक्ष (आध्यात्मिक पक्ष नहीं)
ये मेरे महापुरुषों के प्रति विचार हैं, जो कि मुझे किसी को भी सर्वेसर्वा घोषित करके पूजा करने व भक्त बनने से रोकते हैं। ~ Shubhanshu Dharmamukt 2019©
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