Zahar Bujha Satya

Zahar Bujha Satya
If you have Steel Ears, You are Welcome!

Translate

सोमवार, अप्रैल 13, 2020

Why Motherhood is Nothing Without Marriage?



लड़की: मैं तुम्हारे बच्चे की माँ बनना चाहती हूँ।
शुभ: तुम माँ क्यों बनना चाहती हो?
लड़की: मैं मातृत्व अनुभव करना चाहती हूँ। मैं अपने बच्चे को प्यार से पालना चाहती हूँ। उसे अपने सीने का दूध पिलाना चाहती हूँ। प्रसव पीड़ा को महसूस करना चाहती हूँ।
शुभ: अपने बच्चे? अभी तो कह रही थीं कि 'मेरे बच्चे' की माँ बनना है, और अब तुम्हारा हो गया?
लड़की: मेरा मतलब हमारे बच्चे को पालना चाहती हूँ।
शुभ: लेकिन तुमने मुझसे तो पूछा ही नहीं कि मुझे बच्चे चाहिए या नहीं?
लड़की: सबको बच्चे चाहिए, तुमको क्यों नहीं चाहिए?
शुभ: किसी समझदार को बच्चे नहीं चाहिए।
लड़की: मुझे तो चाहिए।
शुभ: तुमको भी नहीं चाहिए। तुम झूठ बोल रही हो या समझदार नहीं हो। 😜
लड़की: पागल हो क्या? मुझे क्या पड़ी है झूठ बोलने की? मैं तो शुरू से कह रही हूँ कि मुझे माँ बनना है और बच्चा चाहिए मुझे।
शुभ: मतलब मैं तुमको प्रेग्नेंट करके, तुम्हारे हाल पर छोड़ के चला जाऊं? 🙄
लड़की: ऐसे कैसे? पहले शादी करो।
शुभ: पहले तय करो, तुमको बच्चा चाहिए या फ्री का घर, sex, सुरक्षा और गुजारा भत्ता चाहिए?
लड़की: मर भो*ड़ी के, तू तो कुछ ज्यादा ही चालू है साला! Sex तो साला हर कोई, आंख मारते ही करने को कूद पड़ता है, लेकिन होता उनसे कुछ भी नहीं। इधर गर्मी चढ़नी शुरू होती है उधर साले आग पर अपना पानी फेर के पूछते हैं, "मजा आया न बेबी?" भो*ड़ी के, तू कौन सा मुझे चाँद-तारे दिखाने वाला है? तू भी सबके जैसा ही निकलेगा। अकेले तेरे बच्चे का क्या अचार डालूंगी? उसी को तो गोद में लेकर तुझे ब्लैकमेल करना था। तेरे वंश के चलने के लालच में तू मेरे आगे पीछे डोलता। तुझे तो वंश ही न चलाना है। क्या करेगा इतने पैसे का? दान करेगा या सब उड़ा देगा मरने से पहले? सारे प्लान की वाट लगा दी। बच्चा किसे चाहिए भो*ड़ी के? बच्चा मेरी जूती पे। सोचा था, फ्री में मजे करने का इंतजाम हो जाएगा। छोड़ भी देगा तो अपनी कमाई का 30% मुझे पेंशन के रूप में देता रहेगा। अब साला फिर से नौकरी ढूढो अब।
शुभ: देखा, बच्चा किसी को नहीं चाहिए। सबको पैसा चाहिए। जिसे दूसरों को देकर मजे कर सको। मैं अपने तरीके से ईमानदारी से कमा रहा हूँ और आप को एक आलसी कम्युनिस्ट की तरह सब कुछ free में चाहिए। वो भी धोखाधड़ी से। जी हाँ विवाह धोखाधड़ी है लेकिन कुछ *तियों को दान करने की जगह अपना 'शाही' राजवंश चलाना है। उनको इसी धोखे की ज़रूरत है। उनको विवाह करना है। वे उसी 'भाबी जी घर पे हैं?' के सक्सेना के जैसे हैं जो बिजली का नँगा तार पकड़ के बोलता है, "I like it!" और हाँ, मुझे सबके जैसा मत समझना, एक बार परफॉर्मेंस देख लेगी न? तो पागल हो जाएगी! 😌 ~ Vegan Shubhanshu Dharmamukt 2020© 2020/04/13 18:07

कोई टिप्पणी नहीं: