सरकार: RTI act के तहत आप ज़रूरी जानकारी ले सकते हैं जो जनता को जानने का हक संविधान देता है।
लोकतंत्र विरोधी शंकालु द्वारा RTI में पूछे गए प्रश्न:
1. कोरोना के इलाज में कितनी लड़कियाँ डॉक्टर या नर्स हैं?
2. उनके स्तनों व योनि के फ़ोटो दिखाइए।
3. उनका फोन नंबर, नाम पता, और बॉयफ्रेंड (अगर है) का बॉयोडाटा भी दीजिये।
4. उनको क्या पसन्द है? खाने, घूमने-फिरने व कौन से सेक्स पोजीशन और सेक्स ड्यूरेशन पसन्द है?
सरकार का जवाब: क्षमा कीजिये इस तरह के प्रश्नों के उत्तर नही दिए जा सकते और कृपया ऐसा दोबारा न करें अन्यथा आपके खिलाफ आम लोगों की निजी जानकारी में दखल देने के जुर्म में कार्यवाही होगी।
(कहने का अर्थ शंकालु ने समझा, 'चल हट झोपड़ी के, दोबारा दिखा तो फाड़ देंगे')
अगले दिन सोशल मीडिया पर शंकालु: 😭 सरकार से कोरोना मरीजों पर RTI करी थी, मुझे गाली लिख कर भेजी सरकार ने। सरकार तानाशाही हैं। RTI काम नहीं करता। साम्यवाद लाओ, देश बचाओ। ✊
शुभ: ज़रा RTI की रसीद, जवाब और प्रश्न दिखाना।
शंकालु: आ गया सरकार का दल्ला। नहीं दिखाता जा।
शुभ: जब आप खुद सुबूत के बिना अफवाह फैला सकते हैं तो सरकार जो भी कर रही है हम उसके साथ हैं। आप कोई प्रमाण न देकर खुद ही खुद को गलत साबित कर रहे हैं।
शंकालु का मित्र: शुभ, इनबॉक्स में आओ। इसकी पोल खोलता हूँ। 🤣 ~ Shubhanshu Dharmamukt 2020©
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