विरोधियों के प्रकार
1. केवल पार्टी विशेष के विरोधी। हतोत्साहित टर्राने वाले मेढ़क; अपनी पसन्द की पार्टी सत्ता में आने पर मेढ़क की तरह शीत निद्रा में चले जाने वाले।
2. A. अमीर-गरीब का रोना रोने वाले जनसंख्या वृद्धि के समर्थक।
B. जिस थाली में खाते हैं, उसी में छेद करने वाले।
C. लोकतंत्र को ही नष्ट करके तानाशाही लाने और लूटपाट के समर्थक।
D. अपनी हर समस्या को सरकार की गलती बताने वाले। जैसे वे एकदम परफेक्ट हैं।
E. जिनको सरकार की 100 अच्छी बातें नहीं दिखतीं, एक गलती बड़ी समस्या लगती है।
F. सरकार पर भरोसा नहीं है ऐसा सोचना लेकिन बिना प्रमाण के। यानी शंकालु स्वभाव का होना। फायदा भी हो रहा है तो क्यों हो रहा है? सोच कर अपने बाल नोच लेना न कि खुश होना।
3. सही और गलत का निष्पक्ष अवलोकन करके, केवल गलत का विरोध करने, सही की सराहना और वर्तमान समस्या के त्वरित हल बताने वाले। लोकतंत्र का सम्मान करने वाले जिसमें प्रत्येक इंसान अपने हक के लिये लड़ सकता है। जिसमें इंसान को मानवाधिकार व कर्तव्य दिए उस संविधान के समर्थक।
4. मिलेजुले। जो भी आसपास हो रहा है उसकी नकल करने वाले। कोई अगर कह रहा है कि पृथ्वी चपटी है और नासा कभी चाँद पर गया ही नहीं तो उन पर भरोसा कर लेने वाले मासूम मुन्ने।
और भी प्रकार हो सकते हैं। अभी इतने ही। आप भी सुझाव दे सकते हैं। ~ Shubhanshu Dharmamukt 2020©
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