मादा ज्यादा खतरनाक और ताकतवर होती है ताकि किसी भी प्रकार के बल का विरोध कर सके और अपने बच्चों की रक्षा कर सके।
रुक्य्वार्ड किपलिंग की प्रसिद्ध कविता में इसी का ज़िक्र है "the female of the species is the more deadly than the male" उसी कविता का प्रसिद्ध उद्धरण भी है।
मानवों में महिलाओं से व्यायाम करने और भारी कार्य करने से रोक कर उनको कमज़ोर कर दिया जाता है।
जहां तक कुछ लोगों को पशुओं में बलात्कार की प्रवृत्ति की धारणा है, वहीं गहन अध्ध्यन कुछ और ही कहानी कहता है।
जानवरों में भी मानव की तरह झिझक होती है सेक्स के प्रति इसलिये शुरू में आपको ऐसा लगता है कि बल का प्रयोग हुआ। लेकिन नर प्रजनन ऋतु में केवल तभी सम्भोग का प्रयास करता है जब उसकी नासिका में मादा के सम्भोग के लिये मौजूद श्लेष्मा और गन्ध फेरोमोन का स्राव पर्याप्त संकेत छोड़ देता है।
पशुओं में कभी-कभी खुर चुभ जाते हैं तो मादा कतराती है और आगे भागती और विरोध करती नज़र आती है लेकिन ऐसा तो सभी प्रेमियों में भी होता है। कभी कभी गलत आसन लग जाने से या नाखून लग जाने से मादा या नर एक दूसरे को रोक कर टोक देते हैं। यह तो एक सामान्य सी बात है। इसका सहमति भंग से कोई लेना देना नहीं है। ~ शुभाँशु जी 2018©
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