हर धर्म का व्यक्ति अपनी जनसँख्या बढ़ा कर खुद को सुरक्षित करना चाहता है। यही कारण है कि शादी की सलाह और मुफ्त की सलाह आपको मिलती रहेगी।
मुफ्त की सलाह इसलिये भी क्योंकि कहीं आप परेशान होकर यह देश छोड़ कर ही न भाग जाओ।
और हाँ, कल एक बात और पता चली आप लोगों से कि जो जितना पढ़ता है वह उतना विद्वान होता है। इस हिसाब से मैने जो कुछ लिखा वह कहीं से पढ़ कर नहीं लिखा। मुझे पढ़ने से बहुत तकलीफ होती है।
जो देखता, महसूस करता और जो विश्लेषण करता हूँ वही लिख देता हूँ। जब आप लोग उसका सुबूत मांगते हो तब गूगल करता हूँ और मिल गया तो सुबूत भी दे देता हूं। आज तक सिर्फ 5% गलत सोचा है। यह तो है सफलता की दर।
लिखने में ही लगा रहता हूँ, पढा तो मैं कभी स्कूल में भी नहीं। जैसे तैसे पास होता रहा और आज भी अखबार तक नहीं पढ़ता और न ही कभी tv देखता हूँ। (कौन करे फालतू खर्च)। मेरा अनुभव ही काफी है। फिर भी लोग कहते हैं कि आप में व्यवहारिक ज्ञान नहीं है। अब हर क्षेत्र में नहीं भी हो सकता है। क्योकि हर फटे में घुसने का शौक भी न है। उसकी जानकारी है, वही काफी है। सुना है जानकारी ही बचाव है? ~ शुभाँशु जी 2018©
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