जानिए कि क्यों हूँ मैं सँख्या क्रमांक 1:-
1. यह डिजिटल दुनिया है।
2. यह कंप्यूटर की बाइनरी भाषा में लिखी गयी है।
3. इस भाषा में 0 और 1 का ही प्रयोग सब कुछ बनाने में किया जाता है। बाइनरी मतलब 2 अंक।
4. 1 का अर्थ होता है on यानी yes और 0 का अर्थ होता है off यानी no.
5. वास्तविक दुनिया में yes मतलब सकारात्मक (positive) और no मतलब नकारात्मक (negative).
6. सकारात्मक विचार नकारात्मक से 1000 गुना शक्तिशाली पाया गया है। इसी को आशा कहते हैं और यह ही हमको जीवित रखती है। सुना होगा कि उम्मीद पर दुनिया कायम है।
7. मैं positivist हूँ अतः सकारात्मकता वादी (तर्कवादी), परफेक्शनिस्ट भी इसलिये मेरे लिये इस बाइनरी भाषा वाली दुनिया के लिये 1 अंक उचित है।
8. शून्य (0) बर्बादी का प्रतीक है। विनाश का प्रतीक है। 1 का मतलब सृजन है। मैं बनाता हूँ इसलिये मेरे लिए यह 1 उचित लगा खुद को दर्शाने के लिये।
~ Vegan Shubhanshu Singh Chauhan Religion free 2018©
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