Zahar Bujha Satya

Zahar Bujha Satya
If you have Steel Ears, You are Welcome!

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शुक्रवार, जून 08, 2018

मुस्कुराहट: टोकना मत।

🙏: शुभ जी आप 6 घण्टे से लगातार ज़ोरदार आवाज में ज्ञान बाँट रहे हैं। कुछ देर शांत हो जायंगे क्या?

शुभ:👍

🙏: 👏

शुभ: 🙋 ✌

🙏: अब ये क्या? ये पेशाब जाने जैसी उंगली क्यों दिखा रहे हैं?
शुभ: मैडम जी मुझे बहुत जोर से विचार आ रहा है।

🙏: 😓 😕 😥 😵...

शुभ: अरे ज़ल्दी कीजिये कहीं निकल गया तो?

🙏: अरे क्या खाते हैं आप? बोलिये।

शुभ: निकल गया...! 🙎

😨: क्या निकल गया?

शुभ्: अरे विचार निकल गया दिमाग से। पानी से ईंधन बनाने की इंस्टेंट तकनीक सोची थी। आपके देर करने से लगा कि आपको रुचि नहीं। इसलिये भूल गया। 😬
~ शुभाँशु जी 2018©

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