बुद्धिमान मित्र: भाई आजकल फलों की दुकान ऑनलाइन चालू की है क्या?
भोला शुभ: नहीं भाई, खुद भूखा सो रहा हूँ।
मित्र: फिर ये क्या है खरबूजा सत्य?
शुभ: 😵 रहम कर भाई। तेरे से न हो पायेगा! रहन दे। चश्मा बनवा लियो जाकर आज ही। नहीं तो मिल मत जाना दोबारा। समझे। 😬😤
~ Vegan Shubhanshu Singh Chauhan 2018©
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